। ।  जर्मनी की टीम ने किया फाइनल निरीक्षण । ।
होशंगाबाद। मां नर्मदा में मिलने वाले गंदे पानी के नालों का विगत एक वर्ष से जर्मनी की कंपनी केएफडब्ल्यू निरीक्षण कर रही थी। जिसके चलते उक्त कंपनी ने आज नालों का लेआउट और फोटोग्राफी कर फाइनल निरीक्षण किया है। अब मां नर्मदा में गंदे नाले का पानी नहीं मिल पाएगा। यह कंपनी का आखिरी का निरीक्षण था। 
नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल ने बताया कि जर्मनी की जीटेक कंसल्ट जीएमबीएन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर मार्टीज गेस्टरडिंग ने अपनी चार सदस्यीय टीम के साथ नालों का निरीक्षण किया। यह कंपनी का फाइनल निरीक्षण था जिसमें कई दृष्टिकोण फोटोग्राफी की गई। श्री खंडेलवाल ने बताया कि शहर के गंदे पानी के समस्त नालों का अब जल्द निर्माण शुरू हो जाएगा। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट से गंदे पानी को शुद्ध कर किसानों और प्राइवेट कंपनी को दिया जाएगा। जिससे कि नपा की राजस्व आय भी बढ़ सके। 
ध्यान रहे कि नपाध्यक्ष अखिलेश खंडेलवाल ने 12 नवंबर 2014 से मां नर्मदा के जल की शुद्धिकरण तथा नगर के नालों का पानी नर्मदा में न मिले। तब तक नंगे पैर रहने का  संकल्प लिया है, जो आज तक जारी है। इससे पूर्व भी कई लोगों ने नपाध्यक्ष श्री खंडेलवाल को जूते चप्पल पहनाने की कोशिश की लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। 
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